कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अन्ना हजारे पर दिए विवादास्पाद बयान के लिए उनसे माफी मांगी है.
अन्ना हजारे के अनशन की ताकत के आगे मनमोहन सिंह सरकार पूरी तरह झुक चुकी है और आज संसद के बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता मनीष तिवारी ने गांधीवादी नेता से माफी मांग कर इसे पुख़्ता कर दिया.
मनीष तिवारी ने गुरुवार को संसद के बाहर आकर जनलोकपाल के लिए अनशन कर रहे अन्ना हजारे से माफी मांग ली.
14 अगस्त को मनीष तिवारी ने अन्ना हजारे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और इसके लिए सावंत आयोग की रिपोर्ट का हवाला दिया था. मनीष तिवारी ने कहा था कि अन्ना सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबे हैं और उन्हें भ्रष्टाचार पर आंदोलन चलाने का कोई हक नहीं है.
इस बयान के बाद खासा बवाल मचा था और विपक्षी दलों ने इस बयान की भर्त्सना की थी. यहां तक कि कांग्रेस के भी कुछ वरिष्ठ नेताओं ने मनीष तिवारी के इस बयान से किनारा कर लिया था.
लेकिन आज मनीष तिवारी का सुर बदला-बदला दिखा. उन्होंने कहा, "मेरे बयान से अन्ना को दुख पहुंचा, इसका मुझे खेद है. मैं अपना बयान वापस लेता हूं. मैं निजी तौर पर अन्नाजी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हूं और उनसे अनशन तोड़ने की अपील करता हूं."
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