अन्ना हजारे ने समर्थकों से अहिंसक जेल भरो आंदोलन और सांसदों के घरों पर धरना देने का आह्वान किया है.
अन्ना हजारे का यह बयान देर रात सरकार और अन्ना हजारे पक्ष के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रहने को बाद आई है. दोनों पक्ष महत्वपूर्ण मुद्दों पर मतभेद का समाधान निकालने में विफल रहे.
अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने अपने समर्थकों से कहा है कि अगर मुझे पुलिस ले जाती है तो कोई भी हिंसा नहीं करे और हमको शांति से काम लेना होगा. मंच से खड़े होकर अन्ना ने कहा कि आप हिंसा न करे क्योंकि इससे मुझे दुख होगा.
अन्ना ने आह्वान किया कि अगर पुलिस मुझे जेल ले जाए तो आप जेल भरो आंदोलन शुरू कर दें और किसी भी प्रकार की हिंसा न करे.
अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार का असली मुखड़ा सामने आ गया है. सरकार में सब लुटेरे हैं. उसका यह चेहरा तानाशाहों और काले अंग्रेजों का है.
अन्ना ने आह्वान किया कि अगर पुलिस मुझे जेल ले जाए तो आप जेल भरो आंदोलन शुरू कर दें और किसी भी प्रकार की हिंसा न करे.
अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार का असली मुखड़ा सामने आ गया है. सरकार में सब लुटेरे हैं. उसका यह चेहरा तानाशाहों और काले अंग्रेजों का है.
वहीं किरण बेदी ने कहा कि पुलिस अन्ना को रामलीला मैदान से उठा सकती है,लेकिन पुलिस कमिश्नर ने ऐसा करने से एसएमएस के जरिए इंकार किया है. किरण बेदी ने कहा कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि जब तक अन्ना की हालत अच्छी है, तब तक पुलिस अन्ना को हाथ नहीं लगायेगी.
इसके बाद अन्ना ने रामलीला मैदान में मौजूद लोगों को फिर से संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने जनलोकपाल को संसद में पेश करने से मना कर दिया है. इसलिए अब आंदोलन को तेज करने का समय आ गया है. अन्ना ने कहा कि अगर सरकार उन्हें रामलीला मैदान से नहीं ले जाती है तो भी गुरुवार से लोग संसद का घेराव करना शुरू कर दें.
हजारे के एक एक शब्द पर उनके समर्थक जय-जयकार कर रहे थे और तिरंगा लहरा रहे थे.
सूत्रों के अनुसार अन्ना की बिगड़ती हालत के आधार पर सरकार अन्ना हजारे का अनशन तुड़वाने की कोशिश कर सकती है. अन्ना के धरना स्थल के पास एक कंपनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तथा एक कंपनी दिल्ली पुलिस की पहुंच चुकी है.
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