Thursday 25 August 2011

अन्ना के अनशन का दसवां दिन


अन्ना हजारे का अनशन गुरुवार को दसवें दिन में प्रवेश कर गया मगर जोश बरकरार है.
हजारों समर्थकों ने उनकी कुशलता के लिए प्रार्थना की.
हजारे समर्थक रातभर बड़ी संख्या में रामलीला मैदान में डटे रहे और देशभक्ति गीत गाते रहे तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
जन लोकपाल विधेयक को संसद में पारित करने की मांग को लेकर 16 अगस्त से अनशन कर रहे 73 वर्षीय हजारे को समर्थन देने के लिए विभिन्न क्षेत्रों और धर्मों के लोगों का तांता लगा रहा.
एक मंदिर और मस्जिद से युक्त मैदान में अन्ना समर्थक सरकारी विरोधी पोस्टर बनाकर उन्हें दीवारों पर लगाते रहे.
एक व्यापारी अशफाक ने कहा, मैं यहां पिछले पांच दिन से हूं, मैं सिर्फ नमाज पढ़ने मस्जिद जाता हूं और अन्ना के आंदोलन में शामिल होने आ जाता हूं.
युवा कार्यकर्ता भी यहां बड़ी संख्या में मौजूद हैं जो लोगों को भोजन और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने में मदद कर रहे हैं.
आंदोलन में भाग लेने इलाहबाद से आए राकेश सिंह ने कहा, यह हमारे लिए एक लघु कुंभ जैसा है. मैंने किसी नेता के समर्थन में इतनी भीड़ आज तक नहीं देखी, देश से भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने में अन्ना के आंदोलन से निश्चित ही मदद मिलेगी.
लोगों ने मैदान तक पहुंचने में हो रही परेशानियों की शिकायत भी की.
फरीदाबाद के रहने वाले मृत्युंजय ने कहा, नयी दिल्ली मेट्रो स्टेशन पर गलत साइन बोर्ड लोगों को भ्रमित कर रहा है. यदि आप इसके मुताबिक जाते हैं तो यह आपको रामलीला मैदान से दूर ले जाएगा.
जानकी देवी (65) ने कहा,रामलीला मैदान पहुंचने के लिए उन्हें करीब एक किलोमीटर चलना पड़ा और उन्हें एक भी ऑटो नहीं मिल सका क्योंकि आंदोलन के कारण इन्हें वहां से हटा दिया गया है.


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