केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पावर शनिवार को बाल बाल बच गये जब उनका भाषण शुरु होने के दौरान मंच पर पंखा गिर गया.
जवाहरलाल नेहरु कृषि विश्वविद्यालय में परंपरागत खेती से हटकर नयी खेती के संबंध में तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया और इसमें पवार मुख्य अतिथि के तौर पर वहां मौजूद थे.
मंच पर केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री चरण दास महंत, केन्द्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री हरीश रावत, मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया तथा पशुपालन मंत्री अजय विश्नोयी आदि मौजूद थे.
कार्यक्रम समाप्त होने वाला था और केवल पवार का भाषण होना शेष था. जैसे ही पवार भाषण देने के लिये बढ़े, तभी उनके ऊपर लगा एक सीलिंग फैन अचानक गिर गया.
इस घटना के बाद अफरातफरी मच गयी और पवार के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया. हालांकि, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ और पंखा हटाने के बाद पवार ने अपना भाषण शुरू कर दिया.
मंच पर केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री चरण दास महंत, केन्द्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री हरीश रावत, मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया तथा पशुपालन मंत्री अजय विश्नोयी आदि मौजूद थे.
कार्यक्रम समाप्त होने वाला था और केवल पवार का भाषण होना शेष था. जैसे ही पवार भाषण देने के लिये बढ़े, तभी उनके ऊपर लगा एक सीलिंग फैन अचानक गिर गया.
इस घटना के बाद अफरातफरी मच गयी और पवार के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया. हालांकि, इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ और पंखा हटाने के बाद पवार ने अपना भाषण शुरू कर दिया.
गौरतलब है कुछ दिन पहले दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को एक चांटा जड़ दिया गया था. ये चांटा हरविंदर सिंह नाम के एक युवक ने मारा था.
दिल्ली के एनडीएमसी सेंटर में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार एक मीटिंग में शामिल होकर बाहर आ रहे थे तभी हरविंदर सिंह नाम के एक युवक ने शरद पवार को सबके सामने चांटा जड़ दिया.
शरद पवार दिल्ली में एनडीएमसी सभागार में आयोजित ‘श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य समारोह’ में शिरकत करने पहुंचे थे. समारोह के समापन के बाद बाहर निकलते वक्त हरविंदर सिंह नाम के युवक ने उन्हें थप्पड़ मारा.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख को थप्पड़ मारने वाला यह युवक पेशे से ट्रांसपोर्टर है. इस युवक ने ही बीते शनिवार को रोहिणी की अदालत में पूर्व दूर संचार मंत्री सुखराम पर भी हमला किया था. उस दिन सुखराम को घोटाले के मामले में सजा सुनाई गई थी.
युवक के थप्पड़ मारे जाने के बाद पवार थोड़ा असंतुलित हो गए थे. हालांकि कोई प्रतिक्रिया किए बगैर सभागार से बाहर निकल गए.
इस घटना के तत्काल बाद सभागार में मौजूद निजी सुरक्षा गार्डों ने युवक को पकड़ लिया. यह युवक ‘वह (पवार) भ्रष्ट है’ कह रहा था. एक अधिकारी ने इस युवक को कुछ घूंसे जड़े.
हरविंदर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं यहां मंत्री (पवार) को थप्पड़ को मारने की योजना बनाकर आया था. ये सभी भ्रष्ट हैं.’’
इस युवक ने कृपाण भी निकाली और कहा कि अगर आज गुरु तेग बहादुर का शहीद दिवस नहीं होता तो कुछ भयावह हो सकता था.
बाद में इस घटना पर पवार ने कहा कि यह मूर्खतापूर्ण है और इस बारे में वह कुछ नहीं कहना चाहते.
यह पूछे जाने पर कि वह इस युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे तो कृषि मंत्री ने कहा कि इस मामले को पुलिस को देखना है.
पवार ने कहा कि उन्होंने युवक को पत्रकारों के बीच खड़े हुए देखा था और उसने इस बात का फायदा उठा लिया होगा कि वहां सुरक्षा कम है.
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पवार से बात की और इस हमले की निंदा की.
चांटा मारने वाले हरविंदर ने साफ कहा कि उसने ये काम कोई प्रचार पाने के लिए नहीं किया है बल्कि उसका कहना था कि वो भ्रष्टाचार से बेहद परेशान था इसलिए उसने कृषि मंत्री को चांटा मारा.
गौरतलब है कि हरविंदर सिंह ने हाल ही में पूर्व दूरसंचार मंत्री पर भी हमला किया था.
हरविंदर का कहना था कि उसने ये चांटा पूरे होशोहवास में मारा थे.
हरविंदर ने कहा कि वह बेकाबू हो रही महंगाई से काफी परेशान था और वो ही क्यों देश का आम आदमी भ्रष्टाचार और महंगाई से बुरी तरह से आहत है और इसी का विरोध करने के लिए उसने ये कदम उठाया था.
दिल्ली के एनडीएमसी सेंटर में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार एक मीटिंग में शामिल होकर बाहर आ रहे थे तभी हरविंदर सिंह नाम के एक युवक ने शरद पवार को सबके सामने चांटा जड़ दिया.
शरद पवार दिल्ली में एनडीएमसी सभागार में आयोजित ‘श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य समारोह’ में शिरकत करने पहुंचे थे. समारोह के समापन के बाद बाहर निकलते वक्त हरविंदर सिंह नाम के युवक ने उन्हें थप्पड़ मारा.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख को थप्पड़ मारने वाला यह युवक पेशे से ट्रांसपोर्टर है. इस युवक ने ही बीते शनिवार को रोहिणी की अदालत में पूर्व दूर संचार मंत्री सुखराम पर भी हमला किया था. उस दिन सुखराम को घोटाले के मामले में सजा सुनाई गई थी.
युवक के थप्पड़ मारे जाने के बाद पवार थोड़ा असंतुलित हो गए थे. हालांकि कोई प्रतिक्रिया किए बगैर सभागार से बाहर निकल गए.
इस घटना के तत्काल बाद सभागार में मौजूद निजी सुरक्षा गार्डों ने युवक को पकड़ लिया. यह युवक ‘वह (पवार) भ्रष्ट है’ कह रहा था. एक अधिकारी ने इस युवक को कुछ घूंसे जड़े.
हरविंदर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं यहां मंत्री (पवार) को थप्पड़ को मारने की योजना बनाकर आया था. ये सभी भ्रष्ट हैं.’’
इस युवक ने कृपाण भी निकाली और कहा कि अगर आज गुरु तेग बहादुर का शहीद दिवस नहीं होता तो कुछ भयावह हो सकता था.
बाद में इस घटना पर पवार ने कहा कि यह मूर्खतापूर्ण है और इस बारे में वह कुछ नहीं कहना चाहते.
यह पूछे जाने पर कि वह इस युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे तो कृषि मंत्री ने कहा कि इस मामले को पुलिस को देखना है.
पवार ने कहा कि उन्होंने युवक को पत्रकारों के बीच खड़े हुए देखा था और उसने इस बात का फायदा उठा लिया होगा कि वहां सुरक्षा कम है.
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पवार से बात की और इस हमले की निंदा की.
चांटा मारने वाले हरविंदर ने साफ कहा कि उसने ये काम कोई प्रचार पाने के लिए नहीं किया है बल्कि उसका कहना था कि वो भ्रष्टाचार से बेहद परेशान था इसलिए उसने कृषि मंत्री को चांटा मारा.
गौरतलब है कि हरविंदर सिंह ने हाल ही में पूर्व दूरसंचार मंत्री पर भी हमला किया था.
हरविंदर का कहना था कि उसने ये चांटा पूरे होशोहवास में मारा थे.
हरविंदर ने कहा कि वह बेकाबू हो रही महंगाई से काफी परेशान था और वो ही क्यों देश का आम आदमी भ्रष्टाचार और महंगाई से बुरी तरह से आहत है और इसी का विरोध करने के लिए उसने ये कदम उठाया था.
No comments:
Post a Comment