Sunday, 11 December 2011

चिन्मयानंद जैसे भेड़ियों के चंगुल में इसलिए फंसती हैं लड़कियां

साध्वी चिदर्पिता का साहस जारी है. वे फेसबुक पर अपनी बात लगातार रख रही हैं. मर्दों के इस समाज में आमतौर पर लड़कियां-स्त्रियां चुप रह जाया करती हैं, डर जाया करती हैं लेकिन चिदर्पिता ने जिस तरह से सारी बात अपने और चिन्मयानंद के बारे में सबके सामने रखी है, वह उनके अदम्य हिम्मत और सच्चे दिल का प्रतीक है. हालांकि चिदर्पिता के विरोधी भी कम नहीं हैं. इसका एहसास चिदर्पिता को है. तभी तो वे फेसबुक पर लिखती हैं-

[B]''हम स्वामी और उसके चमचों को खरी-खरी सुनायेंगे....कमेन्ट में जो फ़ालतू बकवास करेगा मेरे पति उसे गाली भी देंगे...जिसे लगता है कि फालतू कमेन्टबाजी से हमें दुखी कर लेगा वह अपना वहम दूर कर ले...हमने साफा सिर पर बाँध लिया है...हम तो लड़ेंगे...अब आओ सामने :)))'' [/B]

चिदर्पिता अपने पति बीपी गौतम के साथ मिलकर अपने वैचारिक विरोधियों से लगातार लोहा ले रही हैं. पेश है चिदर्पिता की एक खरी बात और उस पर आए कमेंट, फेसबुक से साभार. -एडिटर, भड़ास4मीडिया

[B]Sadhvi Chidarpita Gautam : [/B]मेरा दोषी चिन्मयानन्द ही नहीं समाज भी है...यदि समाज इन भेड़ियों की पूजा न करे, इन्हें भगवान की जगह न बैठाए तो मेरी जैसी लड़कियां इनके चंगुल में न फँसे...मैंने समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाई है, आप भी निभाइये...ऐसे लोग कानून के ही नहीं समाज के दोषी हैं क्योंकि ये समाज का खाते हैं....पूरी तरह बहिष्कार ही इनकी असली सज़ा है...इनकी बेशर्मी का ईलाज यही है कि ये जहाँ बोलने खड़े हो जाएँ, वहाँ से उठकर चल दीजिये..

        Rakesh Katara lakin sadhvi ji aap samaj ko doshi nahi kah sakte...
        Rakesh Katara taali to dono haatho se bajti hai.....
        Maharaj Singh Parihar आश्‍चर्य की बात हे कि आप जेसी महिला ऐसी बात कह रहीं हैं जो अपने को साध्‍वी कहतीं हैं। आपने भेडियों का काफी देर से पहचाना। लेकिन इस सच को आप भी अनदेखा कर देती हैं कि आप भी कई वर्ष इन कथित लोगों के साथ पूरी श्रद्धा और आस्‍था के साथ रहीं हैं
        Anil Kumar KhaaL orhe Bheddiye hain Ye.
        Yogesh Bhardwaj jitani doshi mahilaye he utana dosh unke gharwalo ka bhi he jo waqkt nikal kar is khatre ko pahchan nahi pate
        Rakesh Katara agar aap jungle me masti karoge to sher aapka shikaar to karega hi...
        Sadhvi Chidarpita Gautam योगेश जी, यह पोस्ट डाली गयी है अपने को दोषी जानने को..दूसरे के दोष तो हम जिंदगी भर ढूँढते रहते हैं...कभी अपने भी देखने चाहिये...समाज का हिस्सा होने के नाते हम सब दोषी हैं...
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎@Maharaj Maharaj Singh Parihar नींद से जागिये, एफ आई आर पढ़ लीजिए...
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎@Rakesh Katara आप अपनी बेटी को सात तालों में बंद रखियेगा...
        Rakesh Katara humko सात तालों में बंद rakhne ki jarurat nhi hai..hamare sanskar hi aise hai...
        Maharaj Singh Parihar यह मेरी समझ से बाहर हैं कि आप फेसबुक को अपनी आपसी विवाद का केन्‍द्र बना रहीं हैं। आप धार्मिक भेडियों की बात कर रहीं थीं जबकि वास्‍तविकता यह है कि धर्म की लाश को आप जैसी महिलाएं ही ढो रहीं हें, वह भी यह जानते हुए कि इस क्षेत्र में सिवाय पाखंड और मानसिक, शारीरिक दोहन के अतिरिक्‍त कुछ नहीं है
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎Rakesh Katara औकात मे रहो...भगवान से बढ़कर नहीं कोई....जो प्रारब्ध में लिखा है वो होकर ही रहता है...
        Vijay Rawat MSP i m agree with u
        Vinod Singh Nirankari Sadhviji mai aapke saath hu, kintu samaj o aap doshi nahi keh sakte. Kyunki samaj to hum logo se hi banta hai. Der aaye durusht aaye. Kam se kam is bahane hume ye to pata chal raha hai ki aaj ke samaj se ya yu kahe ki aaj ke samay me uche log ko asliyat to saamne aa rahi hai. Aap agar sachhe hai to sach ki jeet hogi matlab aapki
        Awale Pappoo kabhi kisi ko mukkamal jaha nahi milata kabhi zamin to kabhi aasman nahi milata zindagi me wo nahi na hota hai chidarpitaG jo hum chahate hai hot wo hai jo wo chahta hai vidhi ka vidhan hai koun badal sakata hai
        N.k. Pd sadhvi ji i also dont agree wht ur stand.
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎@Maharaj Singh Parihar आपसी विवाद नहीं..अपराध है राज्य के प्रति...समाज के प्रति...इस पर चर्चा होनी ही चाहिये...इस सच को बाहर न लाना होता तो अपनी और परिवार की जिंदगी को दांव पर लगाकर यह लड़ाई क्यों लड़ते....
        Maheshwari Prasad Mishra साध्वी जी समाज ने आपको सन्यासी बनने की सलाह नहीं दी थी और न ही आपके माता-पिता सहमत थे। खैर, इन भगवा भेषधारियों का कुछ नहीं हो सकता क्योंकि राजनेता तो सिर्फ धन पर कब्जा करते है लेकिन ये भगवाधारी धन, धर्म और भगवान तीनों पर कंट्रोल रखते है। भविष्य में कोई चत्मकार ही कुछ कर सकता है।
        Awale Pappoo jai ho
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎@Maheshwari Prasad Mishra समाज ने सलाह नहीं दी थी पर समाज ने उसे भगवान बनाकर रखा था... उस समाज का हिस्सा मैं भी हूँ आज, तब बच्ची थी...आज समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाने लायक हूँ, आप सब से भी वही अपेक्षा है..
        Satyam Singh Arun chidarpita ji aap bura mat maaniye lekin ye saty hai facebook se kuchh nhi hoga siway iske ki log maja le rhe hai baaki jaisa aap theek samjhe . Ut ptang baato ke siway kya hai fb pr....!!
        Ram Bilas Bansal It is not fault of society,It is people like You who inspired them to worship by writing so many positive things about that person
        Amalendu Upadhyaya Bilkul sahi baat
        Bharat Bhushan Garg aap kon s samaj ki bat karty hain. agerwal samaj m janam lene k bad bhi aap gotam sir name laga sakti hain to ek sant per arop lagane m aap ko kya sharme lagegy.aaj aap sampurn samaj ki thekedar banna chahaty hain.iis sab ka aap ko cunnav m koi labh nahi hoga.
        Pankaj Jha ‎'' रस्ते को भी दोष दे, आँखें भी कर लाल....चप्पल में जो कील है पहले उसे निकाल.'' दूसरों की तरफ एक अंगुली उठाने से पहले खुद की ओर उठी तीन अँगुलियों पर भी नज़र डालनी चाहिए.
        Vinay Gupt pahale aap swami chinmayanand ji kahati thi , badi sruddha thi ab chinmayanand aur uppar se gali bhi ... Ye hai kya?
        Pankaj Jha कल तक खुद को भी भगवान की तरह न केवल चिदर्पिता पुजवा रही थी बल्कि कथित भेडिये का महिमामंडन भी खूब कर रही थी. और तो और गृहष्त बन जाने के बाद भी इनकी यही इच्छा थी कि आज भी इन्हें लोग भगवान की तरह ही पूजें. इन्हें चाहिए कि अच्छी साध्वी भले नहीं बन पायी लेकिन अच्छी गृहस्तन बनें. चिन्मयानन्द जैसे साधुओं के बारे में किसी को जान कर कोई आश्चर्य नहीं हुआ होगा साथ ही आश्रमों में सुंदरियां कैसे इतनी प्रभावी हो जाया करती हैं यह भी किसी से छुपा नहीं है. लोग इतने बेवकूफ नहीं होते कि उन्हें गुमराह कर दिया जाय.
        डॉ. सरोज गुप्ता समाज तो मुझ से ही बनता है फिर यदि आप या कोई किसी को भगवान मान उसकी पूजा करता है , समाज उसे सही रास्ता दिखाए तब वो समाज को अधर्मी कहता है जब बुरा हो जाय तो समाज दोषी ...ऐसा कैसे ????
        Vinay Gupt Sadhvi kise kahate hain ? batayengi kya ?
        Vinay Gupt Sadhvi ka face book ( social networking) se kya lena dena Batayengi kya ?
        डॉ. सरोज गुप्ता हैरान हूँ कि आप कैसे अपने को दोषमुक्त बता रही है ...यहाँ सबके प्रश्न तीखे है जरूर पर सच्चे है ....
        Arunesh Mishra janne wale shi sthiti se avgat hain .ye swami nhi kalank hain .enk pas sadhviyan yonijeevi hain .
        डॉ. जयप्रकाश गुप्त भगवा वर्ण भगवद् स्वरूप ही है अत: भगवा पर अशोभनीय शब्द अनुचित हैं।
        Veer Aditya AaDARNIYA! SATYA VACHAN.
        Vinay Gupt Arunesh mishra ji .. AAg mai ghee kaise dala jata hai koi aapase seekhe...........Bhagava par nahi bhagawa rang ke andar baithe un manavo par tippariyana ho rahji hai jo isaka galat prayog karate hai.
        बी.पी. गौतम पंकज जी, मूलाशय समझ ही गए हैं आप, फिर भी बताए देता हूँ कि आज आप प्रखर बुद्धि के स्वामी है, हर विषय पर निरंतर बहस करने की समझ है, पर पाँच, छः या पांडर, सोलह साल की आयु में भी आप ऐसे ही थे क्या? ......। यह बात सब पर लागू होती है, साध्वी जी में भी आज हर तरह की समझ है, पर बारह साल पहले ऐसी समझ नहीं रही होगी, तब वह भी इस समाज को देख कर ही बहुत कुछ सीखने का प्रयास कर रही होंगी ....। और यह समाज किसी को भी कुछ भी बना देता है, जैसे भेड़िये को स्वामी बना रखा है .......। भ्रम के कारण अल्पज्ञानी या किशोर बहक ही जाएगा, साध्वी जी का उदाहरण सामने है ही ........। विजय जी, सदविचार वाले लोग जंगल में चले जाएँ तो यह समाज रहने लायक भी नहीं बचेगा .........। ड़ा सरोज जी, सोलह-सत्रह साल की उम्र में आप जवाब की तो बात ही छोड़िए, सवाल करने लायक भी नहीं होंगी, फिर भी सवाल करने का आपका अधिकार है .......। वास्तविकता की अनुभूति कर लेती तो शायद, जवाब भी मिल गए होते
        Vinay Gupt goutam ji to inake maa baap kya kar rahe the.
        Praveen Arya आदरणीया दीदी जो हुआ एक अच्छे के लिए हुआ इस लिए संतोष कर लेना अहिंसा नहीं कहलाती बल्कि कायरता कहलाती है | मुझे आश्चर्य सभी टिप्पणीकारों पर आश्चर्य हो रहा है काफी दिनों से दीदी की पोस्ट की टिप्पणियाँ देख रहा हूँ | ठोकर खाना प्राकृतिक गुण है अप्राकृतिक नहीं है |आपको या आपके परिजन को भी लग सकती है |ऐसी टिप्पणियाँ शायद आप लोग उस समय न दे पाए भद्रजन टिप्पणीकार लोग| ये भी अपने में अलग बात है दीदी आप विगत को स्वीकार कर एक लड़ाई लड़ रही है | मेरा आपको नैतिक समर्थन ही नहीं जब आप मुझे याद करेंगी आ खड़े होंगे आपके साथ .......
        Shanker Dang mrs gautam ji..yaha me aap ki baat se sahmat nahi...abhi tak aap theek thi..kiya swami ji aap ko aap ke ghar se to nahi le gaye..jab aap jaisi bahut hi educated or sharp mind us swami ke yaha natmastak hone ja sakti he to ? aap ka bhi koi na koi swarath raha hoga...khiar jo hua so hua,,,BITI TAHI BISAAR DE AAGE KI SUDH LE....or ab aap yeh sadhvi chola to utar do ?
        बी.पी. गौतम देश में प्रतिदिन सत्तर-अस्सी महिलाओं से बलात्कार होता है, इससे अधिक प्रयास होते हैं विजय जी, उनके माता-पिता कहाँ रहते हैं? ......। वैसे साध्वी जी के पिता बचपन में ही दिवंगत हो चुके हैं .....। माँ ने सन्यास धारण न करने का पूरा दबाव बनाया, पर अंत में साध्वी जी को सन्यास लेने के लिए वह भी मान गयीं और घर से संपर्क टूटते ही भेड़िये के मन की हो गयी ....। घर वापसी के मार्ग बंद थे, तभी तो इतने दिन यह सब झेला
        Pawan Tawania Jaishreekrishna galat galat hi hota ha aur usake pratikaar ka koi samay nahi hota ha.Jab ek desh gulaam huwa to usake kuchh sou saal baad aazadi ki aawaz kyun uthi Agar kuchh galat ha aur usaka pratikaar bhale hi deri se ho isame galat kya ha ?
        बी.पी. गौतम शंकर डंग साहब, दुकानदार आपको नकली धनिया का पैकेट दे दे, तो आप का उसे डांटने या कारवाई करने का अधिकार खत्म हो जाता है क्या? .....। आपकी दलील के अनुसार नहीं होना चाहिए, क्योंकि दुकानदार आपके घर थोड़े ही आया था ......। और बीती ताहि बिसार दे का मतलब यह नहीं है कि दोषी को छोड़ दो
        N.k. Pd mai ye nahi samjh pata ki jabtak logo ko apna hit dikhta hai tab tak sab thik, par jab paristhitiyan viprit ho tab samajik jimmedari kyo yad ati hai. Apka ye stand kafi late hai justify hone ke liye..
        N.k. Pd apki shadi tak mai bhi aapke vicharon aur bhavnao ki kafi kadr karta tha. Par is baat ke baad apki nishpakshta par thoda confused hun..
        Shanker Dang श्री मान जी..यह फस बुक हे और लोगो की उंगलिया आज़ाद हे कुछ भी लिखने के लिए... अन्ना हजारे की तरह एक स्वर धरम के कुछ लोगो को बुलाओ और जन्तर मन्त्र पर एक गरमा गर्म बहस करो..दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये गा,,
        आप तो पानी का मंथन कर रहे हें ! यहाँ कुछ फायदा हो तो बताओ ?
        बी.पी. गौतम एन.के.जी, मौन रहने की आपकी नज़र में क्या सज़ा होनी चाहिए? ........। साध्वी जी को जितनी मिल चुकी है, वो कम है क्या?
        बी.पी. गौतम शंकर डंग साहब, आप स्वतंत्र हैं और लिखते रहिए, ईश्वर करे आप कभी न थकें, हमेशा लिखते रहें, अनादिकाल तक, यूं ही .......। मैं फायदा वाला काम नहीं करता हूँ ....। ईश्वर आपका खूब फायदा करे
        N.k. Pd sawal hi ye hai ki itna lamba maun aur wo bhi apne pad evam pratishta ke sath.. Yadi parivartan hi lana tha to uske kai aur behtar raste kafi samay pehle nikale ja sakte the.. Abhi election ke thik pehle hi kyo.
        Ajay Sharma hmmmm
        N.k. Pd aur rahi baat maun ki saza ki, to shayad bite hue samay ko sirf saza kehna is poore prakaran me apni jawabdehi se bachna kehlaega na ki samajik hit me kiya gaya karya.
        बी.पी. गौतम एनके जी, मुमुक्षु आश्रम से निकलते ही सड़क पर सौ भेड़िये खड़े थे, कम से कम उन सबसे तो सुरक्षित थीं .......। फेसबुक पर छिछोरी हरकत करने वाले रिमूव करने पर उल्टा कमेन्ट कर भड़ास निकाल रहे हैं, तो सोचो वास्तव में क्या करते ऐसे लोग?
        पुलिस तब भी मुक्त करा देती, पर जो व्यक्ति घर वापस नहीं जा सकता, वो कहाँ जाता? .....। चुनाव के लिए कोई महिला बलात्कार का आरोप लगाती है, इस पर क्या कहूँ? ...। यह सोच आपकी बहुत अच्छी ही कही जा सकती है
        डॉ. सरोज गुप्ता बी .पी .गौतम जी बहुत बड़ी बात आपने कह दी कि ''मैं १५ -१६ वर्ष की आयु में जवाब तो क्या प्रश्न करने लायक भी नहीं होंगी'' ...१६ साल की उम्र में कालेज में बी.ए .आनर्स के साथ नौकरी भी कर रही थी ,अगर जवाब देने लायक नहीं होती तो उस समय के शिक्षा मंत्री डाक्टर कर्ण सिंह से पहली जानकी देवी कालेज से निकलने वाली पत्रिका के सम्पादन और उस संस्था के तहत एक पुस्तक क विमोचन और धनराशी नहीं मिलती ....यह उम्र बहकने की हो सकती है पर आप कहे कि कोई बोलना ,सोचना नहीं जानता तो ऐसा व्यक्ति क्या हो सकता है ,मैं अपने मुंह से नहीं कह सकती और न ही मेरी आदत है पर मिसेज गौतम का समाज को दोष देने मुझे समझ नहीं आया !!
        डॉ. सरोज गुप्ता बी.पी. गौतम
        श्रीक़ृष्ण ने कंस का बध ग्यारह साल 56 दिन की आयु में किया था ....यह आपका लिखा है न गौतम जी ....
        N.k. Pd gautam ji aap patrkar hai, aap to samajhte honge ki paristhitiyo ke anusar ek hi baat ke kai mayne nikal jate hai. Mai sirf is paristhiti me ye stand lene se santusht nahi hun. Waise mere asantusht hone se paristhitiyan nahi badlengi par fir bhi.
        बी.पी. गौतम वाह ...। बधाई ड़ा सरोज जी .......। मतलब आपके अनुसार हर महिला झांसी की रानी है, हर महिला दुर्गा है, हर महिला ड़ा सरोज है और अगर नहीं है तो वो झूँठ बोल रही है ........। खैर, सभी का प्रमुख सवाल है कि अब तक चुप क्यूँ थीं? ..। जवाब है कि सुरक्षित स्थान न होने के कारण बाकी से सुरक्षित थी, इसलिए चुप थीं .....। फिर भी मौन की सज़ा वह भुगत चुकी हैं, इससे अधिक और क्या होनी चाहिए, अब यह बताया जाये?
        Shanker Dang aap vyg baan chala rahe ho mr.... sadhu or pandito ka kaam he hum jaise bhule bhatke praniyo ka maarg darshan karna..lagta he aap bhgwaan ka ohda lena chahtey ho mr goutam ..gotram rishi ki kahani pad lo...aap bhgwaan ko manney wale ho..us par chod do..us ke ghr der he,,andher nahi,,us ki lathi me aawaj nahi hoti...PAR AAP KHUD BHGWAAN BAN NA CHAHTE HO.....................
        Vinay Gupt har kisi ko nicha dikhane ki aadat tathakathit sadhvi chitraprada ji ki prambh se rahi hai, Baba ram dev , uma shri bharati, avam aneko ko anaadar poorvak sambodhit karana ek mahaan vyakti ke liye kadapi shobhneeya nahi hai. aur aapane aapko mahan gyani ,vidushi samajhhna sabase bade moorkh vyakti ka hi kaam ho sakata hai, roop aur shabdo ke gyan ke bal par mahan nahi bana ja sakata.
        डॉ. सरोज गुप्ता पहले औरो की अक्ल पर शंका उसके बाद आरोप फिर व्यंग्य ----ऐसा शोभा नहीं देता गौतम जी ...
        Shanker Dang विनाश काले..विपरीत बुधि....
        आज एक बच्चा भी विश्वाश पात्र से धनिये का पैकट खरीदने जायगा..और 20 रूपये का इंसान मटका भी लेता हे न..तो चार बार बजा कर देखता हे...दोष अंध विश्वास का और निजी स्वार्थ का हें ,,, में भी देखता हूँ ..बहुत मठो में.. खैर छोड़िये..मैंने बहुत स्पस्ट शब्दों में लिखा की बीती ताहि बिसार दे,,आगे की सुध लो...आप भगवान बनना चाह रहे हो किसी को दंड देकर...भगवान् पर छोड़ दो..उस की लाठी में आवाज नहीं,,पर प्राणी का अपना घमंड...
        Shanker Dang मुझे चिन्दानंद जो भी नाम हे उन से कुछ नहीं लेना,,,श्रीमती गौतम फेस बुक की मेरी दोस्त हे,,और दोस्त होने के नाते लिखा हे... और आप अपने ही दोस्तों पर व्यग मार रहे हो...
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎@Ram Bilas Bansal yes, and I am a part of society..What diffrent did I say?
        बी.पी. गौतम ड़ा सरोज जी, आप भी उसी समाज में रहती हैं, जिसमें मैं रहता हूँ, समाज में हर दिन अप्रत्याशित घटनाएँ होती हैं, जिनसे आप भी वाकिफ हैं, पर किसी मुद्दे पर धारणा बनाए बैठी है, तो कैसे समझेंगी और कुछ? ......। बुद्धि होना और शातिर होने में फर्क होता है ......। बुद्धी थी, तभी तो साध्वी जी कल तक आप सब की प्रिय थी, शातिर होती तो उस भेड़िये को वहीं मार देती ....। इतना आप फिलहाल समझ ही नहीं सकतीं, इसलिए मेरे शब्द गलत रहे हैं
        Shanker Dang आप ने तो अभी भी साध्वी का चोला नहीं उतारा,,एक गृहणी और शादी शुदा कैसे साध्वी हो सकती हे...
        और पांचो उन्लियाँ बराबर नहीं होती...सतिव्र्ता नारी... को कोई छु भी नहीं सकता..माँ सीता को रवां हाथ भी नहीं लगा पाया था...जब हम खुद पवित्र नहीं हे तो...माफ़ करना,,में आप के दिल को थेश नहीं पंहुचा रहा..आप ने एक ही लाठी से सब को हांक रखा हे...
        बी.पी. गौतम डंग साहब, मुझे या साध्वी जी को रुसवा होने का कोई शौक है .....। जो महिला सभी की प्रिय थी, आदरणीय थी, वो इस तरह की कार्रवाई करने से पहले कितनी बार मरी होगी ..। महसूस किया आपने यह सब? ....। नहीं, न, तभी सवाल उठा रहे हैं ........। सवाल यह क्यूँ नहीं उठा रहे कि वह सब छुपा कर ऐसे ही जीवन क्यूँ नहीं गुजार सकती थी? ......। गुजार सकती थी, पर अब तक वह साथ से अधिक लड़कियों को ऐसे ही बर्बाद कर चुका है और लगातार कर रहा है, आज भी उसके चंगुल में चार लड़कियां हैं .....। इसलिए उसका खुलासा किया, वरना भगवान पर ही छोड़ रहे थे और हाँ, क्या पता भगवान ही करा रहे हों?
        Shanker Dang shrimaan ji ,,meri sirf fb par dost thi or meri itni close bhi nahi thi..sirf kabhi kabhar hamare dharmik vicharo par baat ho jati thi...jab aaj se char din pahle ek post me jabab de diya ki bhgwaan par chod do..aap ki sab bato se sahmat hu..par chotta muh badi baat..sivaye jag hasai ke kuch nahi hasil hoga face book par..jitna mujhey gyan he..par aap bhgwaan na bano..us par chod do plzzzzzzzzzzzzz
        बी.पी. गौतम डंग साहब, आपको माफ किया, पर अपनी पतिव्रता ( आदरणीय भाभी जी )को मेरे पास भेज देना ......। देखता हूँ, कब तक नहीं टूटेंगी
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎Shanker Dang घड़ा आदमी चार बार बजाकर लेता है और लड़की की शादी कितनी बार देखकर करता है? उसके बावजूद गलत आदमी मिलते हैं...आदमी और घड़े में अंतर होता है...घड़ा एक बार जैसा देखा वैसा ही रहेगा...आदमी पल में दस रूप धरता है...ईश्वर करे आपको कभी यह सच न भोगना पड़े क्योंकि बातें करना सबसे आसान है...इन्हीं बातों के डर से तो मैं इतने साल चुप रही...आज मेरे पति हैं जवाब देने को, तो मुझे सरोज, एन डी, विनय, शंकर, श्याम, कृष्ण, राम....की बातें बुरी नहीं लग रहीं वरना यही बातें मरने पर मजबूर कर देतीं....
        बी.पी. गौतम ‎......। तो हम भगवान कहाँ बन रहे हैं, रिपोर्ट लिखा कर घर बैठे हैं सर और मस्त हैं ....। आफिस में कम कर रहा हूँ
        Shanker Dang sab us ke khel he..shadi ki braat darwaje par khadi hoti he or vapis chali jati he..
        Shanker Dang jhutha smrthan hasil kr rah he...
        Shanker Dang me bhesh ke aage bin nahi bajasakta,,by by,,tc..
        बी.पी. गौतम चोरों को मारने के लिए आप जैसे शेरों के समर्थन की आवश्यकता भी नहीं सर ......। अकेले ही मार देंगे
        Shanker Dang by by,,bhesh ke aage been bajana he..
        बी.पी. गौतम आप भैस कैसे हो सकते हैं .....। भैंसा बोलो
        Shanker Dang jabhi to bola he ..aap bhgwaan jo ho...
        Shanker Dang or bhgwaan ne ganjo ko nakhun nahi diye..
        Shanker Dang bhesha to aap khud ho bhesha jaisi baat kar rahe ho..
        बी.पी. गौतम तो सहला के ही काम चलाओ
        Shanker Dang aap pandit ke sath shudr bhi ho ..mujhey nahi malum tha..
        Shanker Dang nach na jane aagan teda..
        Devendra Prakash Mishra आपकी बात सही है, लेकिन बेवकूफ न हों तो अक्लमंद भूखें मर जाए
        बी.पी. गौतम डंग साहब, मेरा आँगन बहुत बड़ा है और नाच खराब भी हो, तो भी मैं पूरा मज़ा लूँगा, भेजो तो एक बार
        Himanshu Nagpal मुझे तो ये समझ नहीं आता के जितने भी लोग साध्वी जी की आज आलोचना कर रहे हैं वो उनके बारे में जानते ही कितना हैं ? मैं एक इतना कम समय फसबूक पर देने वाला इंसान उनकी बीते हुए कल से लेकर आज के निर्णय को बखूबी समझ गया ! उन्होंने शादी क्यूँ की और अपनी हँसती खेलती जिंदगी को दाव पर क्यूँ लगाया ? सब स्पष्ट है एकदम - शीशे की तरह साफ़ !

        आलोचना करने वाले अपना दिमाग बंद करके बस सिर्फ लिखने में जुटे हैं ! एक बार उनकी सारी पिछली पोस्ट पढ़ो अपने आप धीरे धीरे सब समझ में आ जायेगा !
        Ashok Singh रावण जैसे बलशाली का तो अंत हो गया, फिर ये बाबा लोग क्या है .....आप अपनी लड़ाई जारी रखिये.....शुभकामनाएं....लोग तो आप से भी प्रश्न करेंगे ही.....लेकिन इन् बातो से क्यों घबराना...
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎@Himanshu Nagpal नाराज़ मत हों इन सब पर...मौका मिला है आज..ये एक कमेन्ट करते हैं तो उसे छह लोग (जिन्हें कभी न कभी डिलीट कर चुकी हूँ) लाइक कर जाते हैं...बस उतना ही सरोकार है इस मुद्दे से इन सबका..अपनी वाल पर कुछ लिखते हैं बेचारे तो कोई झाँकने तक नहीं जाता...
        Satinder Vashisht The peoples are trying to be judge here, who has given them this right?. Sadhvi ji is not bound to prove nor bound to answer every individual imagination and curiosity. Sadhvi ji you please keep fighting for justices through court. We have proof in Ramayana that Mata Sita force to move out from home due to these criticizer gossiper. Please don’t listen everyone, they are good for nothing. Few peoples never feel pain until they themselves not in mesh.
        Sadhvi Chidarpita Gautam ‎Satinder VashishtThanx. God bless you. लोग जाने कब समझेंगे कि हम अपनी जिंदगी की कीमत पर यह लड़ाई लड़ रहे हैं...

No comments:

Post a Comment